शारदीय नवरात्रि 2025 और माँ ब्रह्मचारिणी की उपासना
भारत में शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व है। यह पर्व शक्ति की साधना और माँ दुर्गा के नौ रूपों की आराधना का समय है। शारदीय नवरात्रि 2025 का दूसरा दिन माँ ब्रह्मचारिणी को समर्पित है।
माँ ब्रह्मचारिणी तपस्या, संयम और आत्मज्ञान की देवी मानी जाती हैं। इस दिन भक्तजन उनके चरणों में भक्ति अर्पित कर साधना, वैराग्य और आत्मबल का वरदान प्राप्त करते हैं।

🕉️ माँ ब्रह्मचारिणी पूजा का महत्व,शारदीय नवरात्रि 2025
माँ ब्रह्मचारिणी का नाम “ब्रह्म” और “चारिणी” शब्दों से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है – ब्रह्म का आचरण करने वाली।
नवरात्रि के दूसरे दिन की पूजा करने से साधक के जीवन से आलस्य, अहंकार, ईर्ष्या और लोभ जैसी नकारात्मक शक्तियाँ समाप्त होती हैं।
माँ की आराधना से मनुष्य को तप, संयम, शांति, और सफलता की प्राप्ति होती है।
👉 विशेष रूप से छात्र, साधक और तपस्वी इस दिन की पूजा से लाभान्वित होते हैं।
⏰ शारदीय नवरात्रि 2025 दूसरे दिन का शुभ मुहूर्त
- ब्राह्म मुहूर्त: सुबह 04:35 – 05:22
- अभिजीत मुहूर्त: 11:49 – 12:37
- विजय मुहूर्त: दोपहर 02:14 – 03:03
- गोदूलि मुहूर्त: शाम 06:16 – 06:40
👉 इन शुभ मुहूर्तों में माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।
🙏 माँ ब्रह्मचारिणी पूजा विधि (Vidhi),शारदीय नवरात्रि 2025
- प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ सफेद वस्त्र धारण करें।
- पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें और माँ ब्रह्मचारिणी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
- धूप, दीप और अक्षत अर्पित करें।
- सफेद फूल और दूध से बने पकवान का भोग चढ़ाएँ।
- ब्रह्मचारिणी मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें।
- अंत में आरती करें और माँ से आशीर्वाद प्राप्त करें।

📿 माँ ब्रह्मचारिणी मंत्र,शारदीय नवरात्रि 2025
- बीज मंत्र: “ह्रीं श्री अम्बिकायै नमः”
- साधना मंत्र: “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं ब्रह्मचारिण्यै नमः”
👉 इन मंत्रों का जाप साधक को तप, संयम और ज्ञान की प्राप्ति कराता है।
🍲 माँ ब्रह्मचारिणी का भोग
नवरात्रि 2025 के दूसरे दिन माँ को दूध और दूध से बने व्यंजन अर्पित करना शुभ माना जाता है।
- खीर
- मिश्री
- पंचामृत
👉 इन भोगों को चढ़ाने से माँ प्रसन्न होती हैं और भक्तों को उत्तम स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं।
🌸 शुभ रंग और पसंदीदा पुष्प
- शुभ रंग: सफेद
- प्रिय पुष्प: सफेद फूल
नवरात्रि के इस दिन सफेद वस्त्र धारण करना और सफेद पुष्प चढ़ाना अत्यंत फलदायी होता है।
🌼 शारदीय नवरात्रि का महत्व
नवरात्रि सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं बल्कि आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।
शारदीय नवरात्रि 2025 में माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से मनुष्य आत्मिक शांति, धैर्य और आत्मबल प्राप्त करता है। यह दिन साधना और संयम की शिक्षा देता है।
FAQs -अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1. नवरात्रि 2025 का दूसरा दिन किसे समर्पित है?
👉 नवरात्रि का दूसरा दिन माँ ब्रह्मचारिणी को समर्पित है।
Q2. माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा में क्या भोग चढ़ाना चाहिए?
👉 दूध और दूध से बने पकवान जैसे खीर, मिश्री और पंचामृत।
Q3. माँ ब्रह्मचारिणी का शुभ रंग कौन सा है?
👉 सफेद रंग।
Q4. माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा का महत्व क्या है?
👉 पूजा करने से तप, संयम, ज्ञान और सफलता का आशीर्वाद प्राप्त होता है।